परी हू .
हा मै परी हू .
धुंडती हू अपने आप को ..
आपकी आखो में.
बच्चो के बाजार में ..
रोज के अखबार में..
चीडीयो की चहक में ..
बाग की महक में ..
हा , मै वही परी हू ..
जो आप किसी जमाने में ..
धुंडते थे ...
बच्चो के सपनो में ..
आने वाले काल की आगोश
में..
@ram more/06082011
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