मित्रांनो, हि आपली ,सर्वांची दुनिया आहे.तुम्ही तुमची असलेली दुख: येथे द्या , मी तुम्हाला फुलांची ओंजळ देईन
आपण सर्व मिळून या नगराचा आनंद घेऊ या !! चला तर मग .........................................................................
Friday 29 July 2011
किसका का मिलना कब
किसका का मिलना कब
सुबह और शाम की क्या बात है ?
उनकी भी क्या फितरत है ?
सुरज आने से पहले हि आपस में मिल लेते है ..
बाते कर लेते है ..
कौन किसे ,कब मिलता है ..
यह आप को पता नाही ..
बस आपके लिये.. राज की बात है ..
No comments:
Post a Comment